पं लोकमणि शर्मा स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी

राजकीय महाविद्यालय, माँट जनपद मथुरा

(सम्बद्ध: डाॅ बी आर अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा)

पुस्तकालय

महाविद्यालय में विभिन्न संकाय में अध्यापित समस्त विषयों की पुस्तकों का एक पुस्तकालय है। विद्यार्थी पुस्तकालय से एक बार में दो पुस्तकें प्राप्त कर सकते है। कोई भी छात्र अपने पास अधिक पुस्तकें नहीं रखेगा। ये पुस्तकें उसे 15 दिन के लिये ही निर्गत की जायेगी। पुस्तकें समय से न लौटाने पर प्रति पुस्तक 50 पैसे प्रतिदिन की दर से आर्थिक दण्ड देना होगा। पुस्तकों में किसी प्रकार की क्षति होने पर, पृष्ठ गायब करने पर अथवा खो जाने पर उसकी पूर्ति का दायित्व सम्बन्धित छात्र का होगा। प्रत्येक विद्यार्थी की परीक्षा से पूर्व सभी पुस्तकें जमा करना अनिवार्य है। पुस्तकें जमा न करने पर उन पुस्तकों का नवीनतम मूल्य जमा करना होगा। सन्दर्भ ग्रन्थ, शब्दकोष आदि किसी विद्यार्थी को निर्गत नहीं की जायेंगी।


वाचनालय

छात्रों के ज्ञानवर्धन हेतु वाचनालय की भी व्यवस्था है जिसमें अनेक समाचार-पत्र एवं पत्रिकाएँ भी मॅगायी जाती हैं।


छात्रवृत्तियॉ तथा विद्यार्थी कल्याण

महाविद्यालय में निर्धन मेधावी एवं प्रतिभाशील छात्र/छात्राओं को शासन द्वारा छात्रवृत्तियॉ प्रदान की जाती हैं। समाज-कल्याण विभाग जाति एवं आय के आधार पर सामान्य पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जन-जातियों के निर्धन और योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति एवं पुस्तकीय सहायता प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय को डॉ भीमराव अम्बेडकर विशवविद्यालय, आगरा छात्रवृत्ति प्रदान करता है। शुल्क मुक्ति विविध छात्रवृत्तियों द्वारा विद्यार्थी कल्याण की योजना क्रियान्वित की जाती है।


छात्रकल्याण निधि

उत्तर प्रदेश शासन द्वारा बी0ए0 प्रथम वर्ष में सर्वाधिक अंक प्राप्त छात्र/छात्रा को छात्र-कल्याण छात्रवृत्ति शासन से अनुदान मिलने पर प्रदान की जाती है जिसके आवेदन पर महाविद्यालय से निर्धारित समयावधि में प्राप्त किये जा सकते हैं।


रोजगार-परामर्श प्रकोष्ठ

छात्र-छात्राओं के प्रवेश के समय विषय चुनाव में आई समस्या से लेकर बेहतर रोजगार परामर्श, अध्ययन के दौरान किसी भी समस्या के समाधान एवं आगे की शिक्षा के परामर्श हेतु महाविद्यालय में “रोजगार परामर्श प्रकोष्ठ” स्थापित है | महाविद्यालय के निर्धारित समय में कोई भी छात्र-छात्रा प्रकोष्ठ से सम्बंधित प्राध्यापकों से अपनी समस्याओं के परामर्श के लिए संपर्क कर सकता है |


राष्ट्रिय सेवा योजना इकाई

छात्र-छात्राओं के चहुँमुखी विकास हेतु महाविद्यालय में “राष्ट्रिय सेवा योजना इकाई “ संचालित है, जिसमे कला, विज्ञान एवं वाणिज्य से प्रति वर्ष १०० छात्र-छात्राओं का 02 वर्ष के लिये २४० घंटे श्रमदान एवं समाज सेवा में योगदान इत्यादि के लिए चुना जाता है जिसके फलस्वरूप उनमें आत्मविश्वास, सृजात्मक शक्ति का विकास, सामूहिक कार्य भावना,समायोजन क्षमता, धर्म-जाति से परे एकता की भावना का विकास होता है | राष्ट्रिय सेवा योजना प्रशिक्षित स्वयं सेवक छात्र/छात्रा के व्यक्तित्व की अपनी अलग पहचान होती है जिससे छात्र/छात्रा के अन्दर “मैं नहीं बल्कि तुम” की भावना विकसित हो जाति है | महाविद्यालय राष्ट्रिय सेवा योजना इकाई छात्र-छात्राओं में उक्त विकास के लिए पूर्ण संकल्प बद्ध है |


रोवर्स-रेंजर्स इकाई

महाविद्यालय में वर्तमान में ०२(१+१) रोवर्स-रेंजर्स इकाई संचालित है | प्रति इकाई में २४ रोवर्स एवं २४ रेंजर्स (छात्र-छात्रा) का कार्य छमता एवं सेवा भावना के आधार पर तीनों संकायों का चयन किया जाता है | यह प्रशिक्षण द्विवर्षीय है जिसमें प्रथम वर्ष “प्रवेश “ तथा द्वितीय वर्ष “निपुण” के रूप में जाना जाता है | प्रशिक्षित छात्र/छात्रा प्राकृतिक आपदा में सहायता शिविर लगाना,आकस्मिक चिकित्सा एवं सुरक्षा उपलब्ध करना इत्यादि कार्यों में कौशल प्राप्त कर लेता है | प्रशिक्षित छात्र/छात्रा मितव्ययी बन जाता है जो राष्ट्र विकास के लिए हितकर है |


सांस्कृतिक एवं साहित्यिक परिषद्

प्राचीन संस्कृति को समाज में बनाये रखने तथा छात्र-छात्राओं में रचनात्मक क्षमता के विकास के लिए महाविद्यालय में सांस्कृतिक एवं साहित्यिक परिषद् गठित है | जिसके फलस्वरूप वर्ष पर्यन्त विभिन्न महापुरुषों की जयंतियों एवं राष्ट्रिय पर्वों पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों को साहित्यिक रूप से मनाना महाविद्यालय की अनूठी शैली है | इन कार्यक्रमों से छात्र-छात्रायें मेंहदी,रंगोली, साज सज्जा, परम्परागत नृत्य, नाट्य अभिनय, गायन एवं वादन इत्यादि में कौशल प्राप्त कर लेते हैं |


खेलकूद एवं क्रीड़ा परिषद

छात्र-छात्राओं में शारीरिक विकास एवं सामूहिक भावना विकसित करने के लिए महाविद्यालय में क्रीड़ा परिषद् गठित है, जिससे छात्र-छात्राओं में आउटडोर तथा इनडोर खेलों में कौशल विकसित होता है | महाविद्यालय में क्रिकेट, पावर लिफ्टिंग, टेबल-टेनिस, हॉकी, बैडमिंटन, कबड्डी, कुश्ती इत्यादि खेलों का आयोजन होता है तथा अंत में वार्षिक क्रीड़ा समारोह में प्रतिस्पर्द्धा के माध्यम से विजयी छात्र/छात्रा को महाविद्यालय वार्षिकोत्सव पर पुरुस्कार एवं ट्रॉफी वितरित की जाती है |


ई-लाइब्रेरी

वृक्ष संरक्षण तथा समय की बचत के लिए महाविद्यालय में ई-लाइब्रेरी स्थापित है, जिसमें छात्र-छात्राएं आवश्यक अध्ययन सामग्री को विभिन्न शोधग्रन्थ, सन्दर्भ पुस्तकों एवं अन्य स्रोतों से प्राप्त कर सकते हैं | वास्तव में यह लाइब्रेरी समय की आवश्यकता है जो महाविद्यालय में उपलब्ध है |


वार्षिकोत्सव

सत्र के अन्त के महाविद्यालय में वार्षिकोत्सव का आयोजन होता है जिसमें छात्र-छात्राएँ विभिन्न सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं तथा कार्यक्रम के अंत में समस्त विभागों के विभागीय प्रतियोगिता में उत्तीर्ण एवं क्रीड़ा प्रतियोगिता के विजयी छात्र-छात्राओं को पुरूस्कार वितरित किये जाते हैं | वार्षिकोत्सव छात्र-छात्राएं को कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए उत्साहित करता है |